Fact Check
क्या पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों ने हिंदू होने के कारण अबोध बालक की हत्या कर दी? वायरल वीडियो का सच कुछ और है
Claim
पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों ने हिंदू होने के कारण अबोध बालक की हत्या कर दी.
Fact
नहीं, यह वीडियो बांग्लादेश का है.
सोशल मीडिया पर एक युवक को भीड़ द्वारा बेरहमी से पीटे जाने का वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों ने हिंदू होने के कारण अबोध बालक की हत्या कर दी.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं, बल्कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका के खिलखेत इलाके का है. जहां भीड़ ने रेप के एक संदिग्ध आरोपी को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था.
वायरल वीडियो करीब 1 मिनट 30 सेकेंड का है, जिसमें भीड़ एक अधनंगे शख्स पर हमला करती नजर आ रही है. इस दौरान भीड़, लाठी और डंडे से उसकी तबतक पिटाई करती है जबतक वह बेहोश होकर जमीन पर गिर नहीं जाता है.
वीडियो को पश्चिम बंगाल के दावे वाले कैप्शन के साथ X पर शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “इस अबोध बालक को मुस्लिम राक्षसों ने बेरहमी से मार दिया. इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह बंगाल की केवल एक घटना नहीं. अब तक केंद्र सरकार द्वारा ममता सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. बंगाल में राष्ट्रपति शासन तुरंत लागू कर देना चाहिए”. (वीडियो में विचलित करने वाले दृश्य मौजूद हैं.)
Fact Check/Verification
पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों द्वारा हिंदू बालक की हत्या किए जाने के दावे से वायरल हुए इस वीडियो की पड़ताल में कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें 18 मार्च को एक फेसबुक अकाउंट से अपलोड किया गया वीडियो मिला. इस वीडियो और वायरल वीडियो में मौजूद दृश्यों में हमें कुछ समानताएं नजर आईं. हालांकि, कैप्शन में बताया गया है कि यह वीडियो खिलखेत के मध्यपारा का है, जहां बलात्कार के आरोपी को पीट-पीटकर मार डाला गया.
इसी दौरान हमने पाया कि खिलखेत बांग्लादेश की राजधानी ढाका का एक हिस्सा है.
ऊपर मिली जानकारी के आधार पर फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया, तो हमें 18 मार्च 2025 को एक फेसबुक अकाउंट से अपलोड किया गया वीडियो मिला. इस वीडियो में भी वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य मौजूद थे, जिसमें भीड़ को नारंगी रंग के पैंट पहने एक शख्स पर हमला करते हुए देखा जा सकता है.
वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन और कमेंट में दी गई जानकारी के अनुसार, ढाका पुलिस ने 18 मार्च को खिलखेत इलाके में एक नाबालिग बच्ची से रेप के आरोप में एक 17 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया था. लेकिन भीड़ ने आरोपी को पुलिस कार से खींचकर उसपर हमला कर दिया.
इसी दौरान हमें एक और फेसबुक अकाउंट से 19 मार्च 2025 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. इस वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में भी इसे खिलखेत का ही बताया गया था.
जांच में हमें इससे जुड़ी एक रिपोर्ट बांग्ला न्यूज आउटलेट द बिजनेस स्टैण्डर्ड की वेबसाइट पर 19 मार्च 2025 को प्रकाशित मिली.
रिपोर्ट में बताया गया था कि बांग्लादेश की ढाका पुलिस ने 18 मार्च की रात को पांच वर्षीय एक बच्ची के साथ रेप के आरोप में एक 17 वर्षीय संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया था. पुलिस स्टेशन ले जाने के क्रम में भीड़ ने पुलिस गाड़ी पर हमला कर उक्त संदिग्ध युवक को छीन लिया. इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर भी हमला कर दिया, जिसमें खिलखेत पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अशिकुर रहमान आशिक भी घायल हो गए थे. पुलिस ने इसके बाद उक्त संदिग्ध युवक को गंभीर स्थिति में ढाका मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया था.
इसके अलावा, हमें समय न्यूज की वेबसाइट पर भी 19 मार्च 2025 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में बताया गया था कि 18 मार्च की दोपहर को खिलखेत इलाके की एक बच्ची के साथ रेप की घटना हुई थी. शुरू में बच्ची कुछ भी बता नहीं पा रही थी, लेकिन जब बच्ची के परिवारवाले उसे अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने रेप की पुष्टि की.
इसके बाद 18 मार्च की रात को ही पुलिस ने खिलखेत इलाके से एक संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार किया. हालांकि, पुलिस जब आरोपी को पुलिस स्टेशन ले जा रही थी, तभी गुस्साई भीड़ ने पुलिस वाहन पर हमला कर संदिग्ध आरोपी को छुड़ा लिया. इसके बाद भीड़ ने आरोपी पर भी हमला कर दिया. हालांकि बाद में पुलिस, संदिग्ध को बचाकर पहले कुर्मीटोला जनरल अस्पताल ले गई और फिर उसे ढाका मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया गया.
जांच में हमें आरोपी के नाम भी पता चले. नाम से यह प्रतीत होता है कि भीड़ ने जिस रेप संदिग्ध पर हमला किया है, वह हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम है. हालांकि, संदिग्ध की उम्र साफ़ नहीं हो पाने के कारण हम उसका नाम यहां नहीं लिख रहे हैं.
हमने अपनी जांच में ढाका पुलिस से भी संपर्क किया, उनका जवाब आने पर स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों द्वारा हिंदू बालक की हत्या किए जाने के दावे से वायरल हुआ यह वीडियो, असल में बांग्लादेश की राजधानी ढाका के खिलखेत का है.