Fact Check
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की नहीं है यह वायरल तस्वीर
सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में एकत्र हुई एक भीड़ की फोटो काफी वायरल है। दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर्नाटक के बेल्लारी की एक आमसभा की है। यह तस्वीर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का बताकर ट्विटर और फेसबुक पर तेजी से शेयर की जा रही है।

ट्विटर पर कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने वायरल तस्वीर शेयर कर इसे कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा का बताया।

ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
बता दें, कांग्रेस ने शनिवार को राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा के 1,000 किलोमीटर पूरे होने के मौके पर कर्नाटक के बल्लारी में एक भव्य रैली का आयोजन किया था। लगभग 3750 किलोमीटर की इस पदयात्रा के 40 दिन पूरे हो चुके हैं। इस दौरान इस यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर कई फर्जी दावे भी शेयर किए गए जिनका फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स सर्च किया। हमें Greenbarage Reporter नामक वेबसाइट द्वारा अप्रैल साल 2016 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल तस्वीर मौजूद है। हालांकि, तस्वीर का श्रोत नहीं दिया गया है, लेकिन इतना स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर अभी का बताकर वायरल हो रही यह तस्वीर, वर्षों पहले से इंटरनेट पर मौजूद है।

हमने ‘Nigeria’ कीवर्ड की मदद लेते हुए तस्वीर को सर्च किया। हमें milost.sk नामक वेबसाइट पर साल 2010 में सोलोवाकिया भाषा में छपा एक लेख मिला। लेख के अनुसार, साल 2009 में विश्व प्रसिद्ध ईसाई मत के प्रचारक Reinhard Bonnke ने ईश्वर की सेवा के अपने 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया था। इस लेख में अलग एंगल से ली गई तस्वीर मौजूद है, जो वायरल तस्वीर से काफी मिलती जुलती है।

इसके बाद हमने तस्वीर को गूगल पर Reinhard Bonnke कीवर्ड को सर्च किया। हमें Evangelist Reinhard Bonnke – Official Page नामक फेसबुक पेज द्वारा 20 जुलाई 2020 को शेयर किया गया एक पोस्ट मिला। इसमें एक तस्वीर भी है, जिसमें वायरल तस्वीर में मौजूद दृश्य को दूसरे एंगल से देखा जा सकता है। तस्वीर के साथ लिखे गए विवरण के मुताबिक, ये 2002 में नाइजीरिया के Ogbomoso में हुए एक आम सभा का दृश्य है।

बता दें, Reinhard Bonnke का 2019 में 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उन्होंने नाइजीरिया में कई धार्मिक रैलियों का आयोजन किया था।
Conclusion
Newchecker स्वतंत्र रूप से यह पुष्टि नहीं करता कि वायरल तस्वीर कितनी पुरानी है, लेकिन इतना स्पष्ट है कि ये तस्वीर नाइजीरिया की है और एक दशक पहले से इंटरनेट पर मौजूद है। इस तस्वीर का कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से कोई वास्ता नहीं है।
Result: False
Our Sources
Report by Greenbarage Reporter in 2016
Report By milost.sk in 2010
Facebook Post by Evangelist Reinhard Bonnke – Official Page in 2020
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